शेर और चूहा
Sher aur Chuha
अथवा
उपकार का बदला
Upkar Ka Badla
किसी जंगल में एक शेर रहता था। एक बार वह सो रहा था। उस समय एक चूहा अपने बिल में से निकला। वह शेर के शरीर पर दौड़ने लगा। इससे शेर की नींद टूट गई। उसे बहुत गुस्सा आया। उसने चूहे को पकड़ लिया।
चूहे ने शेर से कहा, “कृपया, आप मझे छोड दीजिए। कभी मैं भी आपके काम आऊँगा।” शेर ने हँसकर चूहे को छोड़ दिया।
कुछ दिनों के बाद शेर एक शिकारी के जाल में फंस गया। चूहे ने शेर को जाल में फंसा हुआ देखा। उसने दूसरे चूहों की मदद से जाल को कुतर डाला। शेर जाल से मुक्त हो गया। शेर ने चूहे का बहुत आभार माना। सच है, कभी छोटे प्राणी भी हमारी मदद कर सकते हैं।