लालची चूहा
Lalchi Chuha
एक चूहा था। वह बहुत लालची स्वभाव का था।
एक दिन वह चूहा एक घर में घुसा। घर के लोग कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर गए हुए थे। वहाँ अनाज से भरी एक बड़ी हाँड़ी थी। हाँड़ी का मुँह मजबूत ढक्कन से बंद था, पर ढक्कन में एक छेद था। उसी छेद में से चूहा हाँड़ी में घुस गया।
चूहा हाँड़ी में ही रहने लगा। वहाँ रहकर उसने खूब अनाज खाया। धीरे-धीरे वह बहुत मोटा हो गया। मोटापे के कारण वह हाँड़ी के छेद से बाहर नहीं निकल सका।
कुछ दिन बाद घर के लोग आए। अनाज निकालने के लिए उन्होंने हाँडी खोली। चूहे ने भागने की कोशिश की, पर लोगों ने उसे पकड़ लिया और मार डाला। सचमुच, लालच का परिणाम बुरा होता है।