घंटी बाँधेगा कौन?
Ghanti Bandhega Kaun?
एक मकान में बहुत-से चूहे रहते थे। उस मकान में अनाज का एक भंडार था। चूहे मजे से अनाज खाते थे।
एक दिन वहाँ एक बिल्ली आ पहुँची। इतने चूहों को एक साथ देखकर वह बहुत खुश हो गई। उसने चूहों की मारकर खाना शुरू कर दिया। इससे चूहे बहुत डर गए।
चूहों ने आपस में एक सभा की। उसमें बिल्ली से छुटकारा पाने के तरीकों पर विचार किया गया। एक चूहे ने कहा, “बिल्ली के गले में एक घंटी बाँध दी जाए। घंटी की आवाज सुनकर हम भाग जाएँगे और बच जाएँगे।” एक बूढ़े चूहे ने कहा, “बात तो ठीक है। परंतु बिल्ली के गले में घंटी बाँधेगा कौन?’
यह ए कर सब चूहे चुप हो गए। बिल्ली के गले में घंटी बाँधने के लिए कोई चूहा तैयार नहीं हुआ।
सच है, केवल कोरी बातों से कोई काम नहीं होता।