महाराणा प्रताप
Maharana Pratap
भूमिका
राजपूतों में अतिप्रसिद्ध।
जन्म, पितृकुल परिचय
पिता का नाम उदयसिंह। राजस्थान चित्तौड़। उदयसिंह की कायरता से चित्तौड़ राज्य अकबर के हस्तगत।
राज्य और विशेष घटनाएँ
1572 में उदयसिंह का देहांत। सबसे छोटा लडका जयमल उत्तराधिकारी। उस समय मेवाड की दर्दशा। प्रतापसिंह और सलीम में हल्दीघाटी में युद्ध, प्रतापसिंह का युद्ध-भूमि छोड़ जाना। कमलमीर के किले में रहना, मुगलों से फिर युद्ध। प्रताप का जंगलों में छिपे रहना, वहाँ अनेक विपत्तियाँ।
पुनः सेना इकट्ठा कर शत्रु से चित्तौड़ के अतिरिक्त और सभी राज्य का लौटा लेना।
मृत्यु
1667 में मृत्यु, मृत्युशय्या पर भी चित्तौड़ की स्वतंत्रता की चिंता।
उपसंहार
वीरता की मूर्ति । पक्का राजपूत । स्वदेशाभिमान।