Patra Lekhan ke Mahatva ki Upyogita ko batate hue mitra ko patra “पत्र-लेखन के महत्त्व को रेखांकित करते हुए अपने मित्र को एक पत्र”
अपने नगर के एक प्रख्यात विद्यालय को उनके छात्रों की अनुशासनहीनता की घटनाओं का उल्लेख करते हुए चार्य को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही के लिए अनुरोध कीजिए।
सेवा में
प्रधानाचार्य,
दिल्ली पब्लिक स्कूल,
फरीदाबाद (हरियाणा) ।
विषय– विद्यालय छात्रों की अनुशासनहीनता
महोदय,
प्रबद्ध नागरिक की हैसियत से आपके प्रतिष्ठित स्कूल के विद्यार्थियों की अनशासनहीनता की ओर आपका ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूँ।
इस स्कूल के विद्यार्थियों ने गत 8-10 दिनों से चलती लड़कियों पर फब्तियां कसने की आदत बना रखी है। आपके स्कूल के सामने लड़कियां गुजरने से डरती हैं। ये उद्दण्ड लड़के खोमचे वालों का सामान भी लूट लेते हैं। मैंने स्वयं इस प्रकार की घटनाएँ देखी हैं साथ उन्हें रोकने का असफल प्रयास भी किया है। मैं उनमें से कुछ विद्यार्थियों को पहचान भी सकता हूँ।
आपके प्रतिष्ठित स्कूल के विद्यार्थियों की इस प्रकार की अनुशासनहीनता अत्यंत निदनीय है। इस प्रकार की प्रवृत्ति को रोकने के लिए तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।
मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप अपने स्रोत से इन अनुशासनहीन छात्रों का पता लगाकर उचित कार्यवाही करें।
सधन्यवाद
भवदीय
अशोक कुमार
संयोजक, जनहित मोर्चा, नई दिल्ली
दिनांक________