Hindi Moral Story “Jeevan ke Mod”, “जीवन के मोड़” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

नीम के पत्ते

एक बार की बात है जमूरा नामक गाँव से थोड़ी दूर पर एक महात्मा जी की कुटिया थी उस कुटिया में महात्मा जी के साथ उनका एक शिष्य भी रहता था जो दोनों आँखों से अंधा था। महात्मा जी एक महान विद्वान थे| अपने पास आए हुए हर व्यक्ति की समस्याओं का समाधान वो बहुत ही प्रसन्नता के साथ करते थे चाहे वह समस्या कोई भी हो।

महात्मा जी गाँव और शहर में काफी चर्चित है उनसे मिलकर अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए बहुत दूर-दूर से व्यक्ति आते थे।

एक दिन ऐसा हुआ कि कहीं दूर शहर से दो हट्टे-कट्टे नौजवान महात्मा जी के पास आए वो बहुत ही परेशान लग रहे थे। महात्मा जी ने आदर के साथ उन्हें अन्दर आने को कहा और चारपाई पर बैठा कर उनकी समस्या पूछी।

पहला नौजवान बोला- “महात्मा जी हमने सुना है आपके पास हर समस्या का समाधान है, जो कोई भी आपके पास अपनी समस्या ले कर आता है वह खाली हाथ नही जाता। हम भी आपके पास अपनी समस्या ले कर आये है और उम्मीद करते है आप हमे निराश नही करेंगे।”“तुम निश्चिन होकर मुझे अपनी समस्या बताओ” महात्मा जी बहुत ही विनम्रता से बोले।

दूसरा नौजवान बोला- “महात्मा जी हम लोग इस शहर में नए आये हैं, जहाँ हमारा गाँव हैं वहाँ के हालात बहुत ही खराब है। वहाँ आवारा लोगो का बसेरा हैं उन्ही की दहशत हैं सड़को पर गुजरते हुए लोगो से बदतमीज़ी की जाती हैं, आते जाते लोगो को गालियाँ दी जाती हैं कुछ शराबी लोग सड़क पर खड़े होकर आते जाते लोगों को परेशान करते है कुछ बोलने पर वह हाथापाई पर उतर आते हैंं।

पहला नौजवान बोला- “हम बहुत परेशान हो गए हैं भला ऐसे समाज में कौन रहना चाहेगा, आप ही बताइए। महात्मा जी दोनों नौजवानों की बात सुनकर अपनी कुटिया से बड़बड़ाते हुए बाहर की ओर निकले। दोनों नौजवान भी कुटिया से बाहर आये और देखा महात्मा जी शांत खड़े होकर सामने वाली सड़क को देख रहे थे।

अगले ही पल महात्मा जी मुड़े और दोनों जवानों से बोले “बेटा मेरा एक काम करोगे” सड़क की ओर इशारा करते हुए कहा “यह सड़क जहां से मुड़ती है वहीं सामने एक नीम का बड़ा है वहां से मेरे लिए कुछ पत्तियां तोड़ लाओ”।

दोनों नौजवानों ने जैसे ही कदम बढ़ाया तो तुरंत…

महात्मा जी ने उन्हें रोकतेे हुए कहा-“ठहरो बेटा… जाने से पहले मैं तुम्हे बता दूं रास्ते मेंं कई आवारा कुत्ते मिलेंगे जो बहुत ही ख़ूँख़ार है तुम्हारी जान भी जा सकती है क्या तुम पत्ते ला पाओगे??

दोनों नौजवानों ने एक दूसरे को देखा उनके चेहरे पर एक डर था परंतु वह जाने के लिए तैयार थे। वह सड़क की तरफ जैसे ही बढ़े उन्होंने देखा रास्ते के दोनों तरफ कई आवारा कुत्ते बैठे हुए हैं।

उन दोनों नौजवानों ने आवारा कुत्तों को पार करने की बहुत कोशिश की परंतु उन्हें पार कर पाना आसान नहीं था। जैसे ही वह कुत्तों के करीब जाते, कुत्ते भौकते हुए उन्हें काटने की कोशिश करते हैं। काफी कोशिश करने के बाद वापस आ गया और महात्मा जी से बोले हमें माफ कर दीजिए यह रास्ता बहुत ही ख़तरनाक हैं रास्ते में बहुत ही खतरनाक कुत्ते हैं हम यह काम नहीं कर पाए।

दूसरा नौजवान बोला- “हम दो-चार कुत्तों को किसी तरह पार कर पाए परंतु आगे जाने पर उन्होंने हम पर हमला कर दिया जैसे तैसे करके हम वहां से जान बचाकर आए हैं” महात्मा जी बिना कुछ बोले कुटिया के अंदर चले गए और फिर अपने शिष्य को साथ लेकर निकले|

महात्मा जी ने शिष्य को नीम का पत्ता तोड़कर लाने के लिए कहा तो शिष्य उसी रास्ते से गया काफी देर बाद जब वह वापस आया तो उसके हाथ नीम के पत्ते से भरे यह देख कर दोनों नौजवान भौचक्के रह गए।

महात्मा जी बोले- “बेटा यह मेरा शिष्य है हालांकि यह देख नहीं सकता है परंतु इसे कौन सी चीज कहां है इस बात का पूरा ज्ञान हैं यह रोज मुझे नीम के पत्ते ला कर देता और इसे आवारा कुत्ते इसलिए नहीं काटते हैं क्योंकि यह उनकी तरफ बिल्कुल ध्यान ही नहीं देता है सिर्फ अपने काम से काम रखता है”

महात्मा जी फिर आगे बोले- “जीवन में एक बात हमेशा याद रखना बेटा रास्ते में कितनी भी कठिनाइयां क्यों ना हो हमें अपने लक्ष्य को ध्यान में रखना चाहिए और उसी की तरफ आगे बढ़ना चाहिए”

शिक्षा/Moral:- तो बच्चों इस नौजवानों की तरह हमें भी अपने जीवन में कई ऐसे अनुभव मिलते हैं हमारे जीवन में कई ऐसे खतरनाक मोड़ आएंगे हमें उन से डरना नहीं चाहिए बल्कि उनका डटकर सामना करना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।

Related posts:

Akbar-Birbal Hindi Moral Story "Pair aur Chappal", "पैर और चप्पल" for Kids, Educational Story for St...
Children Story
English Inspirational Story "Dead or Alive?" Moral Story for kids and Students.
Short Story
English Short, Moral Story “The Praying Hands" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, co...
Moral Story
English Short, Moral Story “The fox and the elephant" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9,...
Moral Story
English Inspirational Story “Serve Your Brethren” Moral Story for kids and Students.
Moral Story
Hindi Moral Story "Urti Hui Afwah”, "उरती हुई अफवाह” for Kids, Full length Educational Story for Stu...
हिंदी कहानियां
Hindi Moral Story "Kisi ke Haq pe Jabardasti Kabja na Kro", "किसी के हक पर जबरदस्ती कब्जा न करो” for...
Children Story
English Short, Moral Story “The Brahmin and the three thugs" for Kids and Children for Class 5, 6, 7...
Moral Story
Hindi Moral Story "Kar Bhla to ho Bhla", "कर भला तो हो भला” for Kids, Full length Educational Story ...
Children Story
Hindi Moral Story "Sach Jane Bina Tipanni Krna Galat Hai", "सच जाने बिना टिपण्णी करना गलत है”
Children Story
English Inspirational Story “Creative Problem Solving” Moral Story for kids and Students.
Moral Story
English Short/Moral Story “Who is Wealthy” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compet...
Moral Story
English Inspirational Story “Lincoln's Favourite Story” Moral Story for kids and Students.
Moral Story
Hindi Moral Story "Yahan Akal Bikti Hai", "यहां अकल बिकती है” for Kids, Full length Educational Stor...
Children Story
Short Story "The Judge Monkey" for Children, moral story for kids in English for competition with mo...
Children Story
Akbar-Birbal Hindi Moral Story “Pehli Mulakat”, “पहली मुलाकात” for Kids, Educational Story for Stude...
Children Story
English Moral Story "Think before you Act" for Kids, Full length Educational Story for Students of C...
Children Story
Moral Story "How one Perceive some thing, depends on that person" for Kids and Children, English Sto...
Children Story
Hindi Moral Story "Budhimaan wahi jo Soch-Vichar ke Kaam Kre", "बुद्धिमान वही जो सोच-विचार के काम कर...
Children Story
Short Story " Pride goes before a fall" for Children, moral story for kids in English for competitio...
Children Story

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.