Home » Children Story » Hindi Moral Story “Bada Kaun”, “बड़ा कौन” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Hindi Moral Story “Bada Kaun”, “बड़ा कौन” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

बड़ा कौन

Bada Kaun

भूख, प्यास, नींद और आशा चार बहनें थीं, एक बार उनमें लड़ाई हो गई, लड़ती-झगड़ती वे राजा के पास पहुंचीं, एक ने कहा, मैं बड़ी हूं, दूसरी ने कहा मैं बड़ी हूं, तीसरी ने कहा, मैं बड़ी हूं, चौथी ने कहा, मैं बड़ी हूं, सबसे पहले राजा ने भूख से पूछा, क्यों बहन, तुम कैसे बड़ी हो ? भूख बोली, मैं इसलिए बड़ी हूं, क्योंकि मेरे कारण ही घर में चूल्हे जलते हैं, पांचों पकवान बनते हैं और वे जब मुझे थाल सजाकर देते हैं, तब मैं खाती हूं, नहीं तो खाऊं ही नहीं, राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा, जाओ, राज्य भर में मुनादी करा दो कि कोई अपने घर में चूल्हे न जलाये, पांचों पकवान न बनाये, थाल न सजाये, भूख लगेगी तो भूख कहां जायगी ? सारा दिन बीता, आधी रात बीती, भूख को भूख लगी, उसने यहां खोजा, वहां खोजा; लेकिन खाने को कहीं नहीं मिला, लाचार होकर वह घर में पड़े बासी टुकड़े खाने लगी, प्यास ने यह देखा, तो वह दौड़ी-दौड़ी राजा के पास पहुंची, बोली, राजा! राजा ! भूख हार गई, वह बासी टुकड़े खा रही है, देखिए, बड़ी तो मैं हूं, राजा ने पूछा, तुम कैसे बड़ी हो ? प्यास बोली, मैं बड़ी हूं क्योंकि मेरे कारण ही लोग कुएं, तालाब बनवाते हैं, बढ़िया बर्तानों में भरकर पानी रखते हैं और वे जब मुझे गिलास भरकर देते हैं, तब मैं उसे पीती हूं, नहीं तो पीऊं ही नहीं, राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा, जाओ, राज्य में मुनादी करा दो कि कोई भीअपने घर में पानी भरकर नहीं रखे, किसी का गिलास भरकर पानी न दे, कुएं-तालाबों पर पहरे बैठा दो, प्यास को प्यास लगेगी तो जायगी कहां ? सारा दिन बीता, आधी रात बीती, प्यास को प्यास लगी, वह यहां दौड़ी, वहां दौड़, लेकिन पानी की कहां एक बूंद न मिली, लाचार वह एक डबरे पर झुककर पानी पीने लगी, नींद नेदेखा तो वह दौड़ी-दौड़ी राजा के पास पहुंची बोली, राजा !

 

राजा ! प्यास हार गई, वह डबरे का पानी पी रही है, सच, बड़ी तो मैं हूं, राजा ने पूछा, तुम कैसे बड़ी हो? नींद बोली, मैं ऐसे बड़ी हूं कि लोग मेरे लिए पलंग बिछवाते हैं, उस पर बिस्तर डलवाते हैं और जब मुझे बिस्तर बिछाकर देते हैं तब मैं सोती हूं, नहीं तो सोऊं ही नहीं, राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा, जाओ, राज्य भर में यह मुनादी करा दो कोई पलंग न बनवाये, उस पर गद्दे न डलवाये ओर न बिस्तर बिछा कर रखे, नींद को नींद आयेगी तो वह जायगी कहां ? सारा दिन बीता, आधी रात बीती, नींद को नींद आने लगी,उसने यहां ढूंढा, वहां ढूंढा, लेकिन बिस्तर कहीं नहीं मिला, लाचार वह ऊबड़-खाबड़ धरती पर सो गई, आशा ने देखा तो वह दौड़ी-दौड़ी राजा के पा पहुंची, बोली, राजा ! राजा ! नींद हार गयी, वह ऊबड़-खाबड़ धरती पर सोई है, वास्तव में भूख, प्यास और नींद, इन तीनों में मैं बड़ी हूं, राजा नेपूछा, तुम कैसे बड़ी हो ? आशा बोली, मैं ऐसे बड़ी हूं कि लोग मेरी खातिर ही काम करते हैं, नौकरी-धन्धा, मेहनत और मजदूरी करते हैं, परेशानियां उठाते हैं, लेकिन आशाके दीप को बुझने नहीं देते, राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा, जाओ, राज्य में मुनादी करा दो, कोई काम न करे, नौकरी न करे, धंधा, मेहनत और मजदूरी न करे और आशा का दीप न जलाये, आशा को आश जागेगी तो वह जायेगी कहां? सारा दिन बीता, आधी रात बीती, आशा को आश जगी, वह यहां गयी, वहां गयी, लेकिन चारों ओर अंधेरा छाया हुआ था, सिर्फ एक कुम्हार टिमटिमाते दीपक के प्रकाश में काम कर रहा था, वह वहां जाकर टिक गयी, और राजा ने देखा, उसका सोने का दिया, रुपये की बाती तथा कंचन का महल बन गया, जैसे उसकी आशा पूरी हुई, वैसे सबकी हो.

Related posts:

English Short, Moral Story “Beautiful Flowers on Other Side” for Kids and Children for Class 5, 6, 7...

Moral Story

Short Story "Abc learns a lesson " for Children, moral story for kids in English for competition wit...

Children Story

English Short, Moral Story “Way to Make Life Better" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, ...

Moral Story

English Story "Selling Combs " for Kids and Children, Moral Story for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compe...

Children Story

English Moral Story "Honesty" for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7,...

Children Story

Hindi Moral Story "Jaldbaji me Hal Sochna Budhimani Nahi", "जल्दबाजी में हल सोचना बुद्धिमानी नहीं”

Children Story

English Short, Moral Story “Five More Minutes" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, co...

Short Story

Akbar-Birbal English Moral Story "Birbal, can you Identify The Guest" for Kids, Educational Story fo...

Moral Story

English Inspirational Story “Ridding oneself of Inner turmoil” Moral Story for kids and Students.

Moral Story

English Short, Moral Story “The Defective Clock" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, ...

Moral Story

English Short, Moral Story “The shepherd and the wolf" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9...

Moral Story

Hindi Moral Story "Samdarshita" "समदर्शिता" Best Motivational Story of "Sant Laleshawari".

Kids Story

Hindi Moral Story "Koyal", "कोयल” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6...

Children Story

English Short, Moral Story “Never to Give Up” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, com...

Children Story

English Short, Moral Story “Giving is Greater than Taking" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, ...

Moral Story

English Short, Moral Story “Two Fishermen" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compet...

Moral Story

Hindi Moral Story "Naai ki Uchnyukti", "नाई की उच्च नियुक्ति” for Kids, Full length Educational Stor...

Children Story

English Short, Moral Story “An Ass, a Cock and a Lion" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9...

Moral Story

English Inspirational Story “Everything Happens for the Best” Bedtime Moral Story for kids and Stude...

Moral Story

English Short, Moral Story “Change can happen anytime in Life” for Kids and Children for Class 5, 6,...

Moral Story

About

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.