मित्र की और से सांत्वना पत्र का जवाब देते हुए मित्र को पत्र। शिव कुटीर, कानपुर । दिनांक 16 सितंबर, …… प्रिय मित्र दयाल, सप्रेम नमस्ते । तुम्हारे 3 सितंबर का सांत्वना भरा पत्र मिला । उसे पढ़कर मुझे कुछ राहत...
पिता की मृत्यु पर संवेदना प्रकट करते हुए मित्र को पत्र । 50, आजादपुर, दिल्ली । दिनांक 13 सितंबर, प्रिय मित्र कृष्ण, सप्रेम नमस्ते । अभी-अभी तुम्हारे पिता जी के देहावसान का समाचार मिला, बहुत दुख हुआ । यह तो मुझे...
मित्र को बीमारी में सांत्वना देते हुए पत्र। 10, दरियागंज, नई दिल्ली । दिनांक 18 अगस्त, .. प्रिय अनिल, सप्रेम नमस्ते । अत्र कुशलं तत्रास्तु । कल ही तुम्हारा पत्र मिला । तुम्हारी अस्वस्थता की खबर पढ़कर मन व्यथित हो उठा...
मित्र को उसकी विपत्ति पर सहानुभूति प्रकट करते हुए पत्र 814, कुंडेवालान, दिल्ली। दिनांक 13 अगस्त, प्रिय बंधुवर, सप्रेम नमस्ते । आज आपका कृपा पत्र मिला । पढकर अत्यंत दुख हुआ । ऐसे स्थान पर जहाँ आप रहते हैं प्रायः कम...
दशहरे की छुट्टियों में आने का निमंत्रण मित्र को पत्र । मेरठ । दिनांक 18 अगस्त, … प्रिय रमेश, सप्रेम नमस्ते ! अत्र कुशलं तत्रास्तु । अभी-अभी तुम्हारा पत्र मिला । यह पढ़कर बड़ी खुशी हुई कि तुम आने वाली दशहरे...
विद्यालय के वार्षिकोत्सव का वर्णन करते हुए मित्र को पत्र। 7, छात्रावास, रामजस कॉलिज, विश्वविद्यालय मार्ग, दिल्ली । दिनांक 12 मई, …. प्रिय विनोद, सप्रेम! अत्र कुशलं तत्रास्तु । बहुत दिनों के बाद आज तुम्हारा पत्र मिला । प्रियवर ! तुम...
अपने पास बुलाने के लिए मामी का भानजी के नाम पत्र । 14/31, शक्ति नगर, दिल्ली। दिनांक 20 जुलाई, .. प्रिय कुसुम, खुश रहो! अत्र कुशलं तत्रास्तु । तुम्हारे कई पत्र मिले, पर कार्य में व्यस्त रहने के कारण शीघ्र उत्तर...
पिता की मृत्यु पर चाचा की ओर से भतीजे को एक सांत्वना भरा पत्र। कोलकाता । दिनांक 22 जनवरी, प्रिय राजेश, आनंदित रहो ! भाई साहब की अकस्मात मृत्यु का दुखद समाचार आज दफ्तर में 4-30 बजे संध्या को मिला...
परीक्षा मे उत्तीर्ण होने पे बधाई देते हुए सखी को पत्र । 5 अंसारी रोड , दरियागंज, दिल्ली-2 । दिनांक 4, अगस्त,…… स्नेहमयी माला, सप्रेम नमस्ते । अत्र कुशलं तत्रास्तु ! आज रवि के पत्र से पता चला है कि तुम...
ग्रीष्मावकाश में कश्मीर भ्रमण के लिए जा रही सखी को पत्र – औपचारिक । कानपुर । दिनांक 3 जून, प्रिय रत्ना, सस्नेह नमस्ते । अत्र कुशलं तत्रास्तु ! अभी-अभी तुम्हारा कुशल पत्र मिला । यह पढ़कर बहुत खुशी हुई कि तुम...